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फूल तोड़ना वर्जित (कविता)



रंग बिरंगे इस उपवन के, फूल करें आकर्षित-

देख देख हर दृश्य यहां का, मन होता लालायित।

लूट पराग भंम्रर लें, इसका अर्पित या देवों के--

हम जैसों के लिए लिखा हैं,‘फूल तोड़ना वर्जित‘।।